



यूपी के पर्यटन विभाग ने इस बार दीपावली में अयोध्या में दीपोत्सव को वर्चुअल ढंग से मनाने की योजना तैयार की है.
यूपी की सत्ता संभालने के बाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार योगी में दीपावली के मौके पर भव्य दीपोत्सव का आयोजन करती आ रही है. वर्ष 2017 में अयोध्या में राम की पैड़ी पर 1 लाख 65 हजार दीप जलाकर रिकार्ड बनाया गय तो इसके अगले वर्ष 2018 में 3 लाख 150 दीयों से राम की पैड़ी रोशन हुई थी. पिछले वर्ष दीपोत्सव में अब तक के सबसे अधिक 5 लाख 51 हजार दीप जले थे. अयोध्या के लिए वर्ष 2020 की दीपावली कई मायनों में बेहद खास है. पहला राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद की यह पहली दीपावली है. यह पहली दीपावली होगी जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भी शुरू हो चुका है. वर्ष 2020 की दीपावली विश्वव्यापी कोरोना महामारी के बीच पड़ रही है. ऐसे माहौल में भव्य दीपोत्सव मनाना उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार के लिए एक बेहद चुनौती पूर्ण कार्य है.
यूपी के पर्यटन विभाग ने इस बार दीपावली में अयोध्या में दीपोत्सव को वर्चुअल ढंग से मनाने की योजना तैयार की है. योजना के मुताबिक, वर्चुअल ढंग से दीपोत्सव मनाने के लिए थ्री-डी तकनीकी का प्रयोग किया जाएगा. पर्यटन विभाग एक ऐसी तकनीक का उपयोग करेगा जिसमें मोबाइल पर अयोध्या में राम की पैड़ी में जल रहे दीयों की वर्चुअल माला दिखेगी. इस पर क्लिक करते ही यह दीये जल उठेंगे. साथ ही जिस लिंक से यह दीये जलेंगे उसकी सूचना पर्यटन विभाग को मिल जाएगी और विभाग दीपोत्सव में शामिल होने का एक प्रमाणपत्र भी जारी करेगा. अयोध्या के क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आर.पी. यादव बताते हैं, “कोविड गाइडलाइन का पालन करने के लिए अयोध्या में इस बार वर्चुअल ढंग से दीपोत्सव मनाने की योजना तैयार की जा रही है. मुख्यमंत्री जी की अनुमति मिलने के बाद ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा.”
पिछले तीन दीपोत्सव की तुलना में अयोध्या में इस बार का आयोजन कहीं ज्यादा भव्य होगा. दीपोत्सव में इस बार नया विश्व रिकॉर्ड बन सकता है. प्रशासन भी राम की पैड़ी को दो गुना से अधिक विस्तार करके मुख्य कार्यक्रम स्थल रामकथा पार्क से चरण सिंह घाट तक जगमग करने की तैयारी में है. पिछले वर्षों के मुकाबले इस बार नगर निगम ने शासन से दीपोत्सव बजट भी दो गुना अधिक मांगा है. पर्यटन विभाग के प्रस्ताव के मुताबिक, राम की पैड़ी से लेकर सरयू घाटों और रामकथा पार्क तक भीड़ को रोकने के लिए वर्चुअल प्लेटफार्म विकसित किया जाएगा. सिर्फ दीप जलाने वाले वालंटियर को ही दो गज की दूरी बनाते हुए मास्क लगाकर घाट तक जाने की अनुमति मिलेगी. खास बात यह है कि इस बार अयोध्या में रामजन्म भूमि को भी दीयों से रोशन किया जाएगा. एक अनुमान के मुताबिक, पर्यटन और संस्कृति विभाग इस बार अयोध्या में कुल 10 लाख दीये जलाने की योजना बना रहा है.
सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती दीपोत्सव में स्थानीय भीड़ को पहुंचने से रोकने की है. माना जा रहा है कि इस बार दीपोत्सव को लेकर सरकार नई गाइडलाइन जारी कर सकती है.
हर साल मुख्यमंत्री योगी सैकड़ों करोड़ रुपए की विकास योजनाओं की नींव रखते आ रहे हैं. इस बार हाइवे पर तैयार आधुनिक बस अड्डे समेत कई बड़े प्रोजेक्टों का लोकार्पण तय है. साथ ही संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट के साथ यहां आ सकते हैं. श्रीराम की विश्व की सबसे ऊंची 251 मीटर प्रतिमा का भूमिपूजन कर शिलान्यास हो सकता है. हजारों करोड़ रुपए की सड़क, कॉरिडोर, रिंग रोड, पुल समेत जन सुविधाएं और जल परिवहन से लेकर एयरपोर्ट के ऐलान हो सकते हैं.