



सिंधू बॉर्डर पर एक्टिव हरियाणा सीआईडी के एक अफसर ने बताया कि दिन के वक्त तकरीबन 30 हजार की भीड़ रहती है जबकि रात में करीब 25 हजार लोग यहां रहते हैं. रात के वक्त आस-पास के गांव के लोग अपने घर लौट जाते हैं.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर लगातार जारी है और आंदोलन खत्म करने के लिए सरकार की ओर से बातचीत भी की जा रही है. लेकिन यहां पर खुफिया एजेंसियां भी ज्यादा सक्रिय हैं और आंदोलन के दौरान वहां हो रही हर तरह के घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं.
सिंधु बॉर्डर पर हरियाणा सीआईडी, आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) और दिल्ली स्पेशल ब्रांच के लोग सादी वर्दी में मौजूद हैं और काफी ज्यादा एक्टिव भी. वो वहां हर पल की जानकारी भी जुटा रहे हैं. उनसे मिली जानकारी के आधार पर रोजाना फोर्स बढ़ाई जा रही है.
सिंधु बॉर्डर पर एक्टिव हरियाणा सीआईडी के एक अफसर ने बताया कि दिन के वक्त तकरीबन 30 हजार की भीड़ रहती है जबकि रात में करीब 25 हजार लोग यहां रहते हैं. रात के वक्त आस-पास के गांव के लोग अपने घर लौट जाते हैं.
अफसर के अनुसार, किसान सिंधु बॉर्डर से तकरीबन 15 किलोमीटर दूर तक बैठे हैं. धरने में रोजाना बड़ी संख्या में नए लोग भी शामिल हो रहे हैं और आने वाले दिनों में और लोगों के जुटने की संभावना है.
सीआईडी के मुताबिक, अभी सिंधु बॉर्डर पर बैठे लोग किसी कीमत पर हटने को तैयार नहीं हैं और उनका कहना है कि जब तक कानून वापस नहीं होगा ये तब तक नहीं हटेंगे. धरने पर बैठे लोग अपना खाना खुद बना रहे हैं इतना ही नहीं दूसरों को भी खाना बांट रहे हैं.
उनका कहना है कि धरने पर बैठे लोग काफी ज्यादा एक्टिव हैं. कोई भी फोटो खींच रहा है उससे बकायदा शक होने पर पूछताछ भी करते हैं.
2-3 दिसंबर की दरमियानी रात धरने पर बैठे लोगों में से 6 लोगों को पकड़ा गया था जो फोटो खींच रहे थे और उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया था.
हालांकि जिस संख्या में लोग वहां एकत्र हो रहे हैं और जैसी जानकारी मिल रही है उससे खुफिया एजेंसियों के हाथ-पांव फूले हुए हैं.