



नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का आज 9वां दिन है। सरकार के साथ शनिवार को होने वाली बैठक से पहले किसानों ने आज बड़ा ऐलान किया। उन्होंने 8 दिसंबर को भारत बंद करने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि अब दिल्ली की बची हुई सड़कों को भी ब्लॉक करेंगे। किसानों की मीटिंग के बाद उनके नेता हरविंदर सिंह लखवाल ने यह जानकारी दी। किसान संगठन पहले ही कह चुके हैं कि 5 दिसंबर यानी शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले जलाए जाएंगे।
आपको बता दे कि ,कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर समेत तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ आंदोलनकारी किसानों की कल हुई बैठक बेनतीजा रही। अब कल फिर सरकार से किसानों की मांग को लेकर बातचीत होगी।
वही इससे पहले तीन नये कृषि कानूनों को लेकर बने गतिरोध को खत्म करने के लिए गुरुवार को केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच साढ़े सात घंटों तक चली बातचीत बेनतीजा रही। अगली बैठक पांच दिसंबर को होगी। बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि एमएसपी में कोई बदलाव नहीं होगा। एक्ट के प्रावधानों में किसानों को सुरक्षा दी गयी है। उनकी जमीन की लिखा-पढ़ी कोई नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि अब मंडी में ट्रेडर का रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित होगा।
दिल्ली बॉर्डर पर 9 प्वाइंट बंद, किसान लगातार जमा रहे
आंदोलन के चलते दिल्ली बॉर्डर पर 9 प्वाइंट पर ट्रैफिक बंद कर दिया गया है। कुछ वैकल्पिक रास्ते दिल्ली में जाने के लिए हैं, लेकिन इन पर भी ट्रैफिक की स्थिति खराब है। हरियाणा और पंजाब के किसान लगातार बॉर्डर पर जमा हो रहे हैं। आज रात सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर हजारों युवा जमा होंगे। इनका जत्था गांवों से रवाना हो गया है। नौजवान भारत सभा ने बताया कि मोगा, फरीदकोट, मुक्तसर, जालंधर, अमृतसर, गुरदासपुर, नवानशहर, रोपड़, संगरूर और पटियाला से युवा बॉर्डर पर आ रहे हैं।