Vande Gujarat News
Breaking News
AgricultureBJPBreaking NewsFarmerGovtIndiaNationalProtest

सरकार-किसानों में नहीं बनी बात तो SC ने संभाली कमान, आज साफ होगी कमेटी की तस्वीर

सरकार तो झुकने को तैयार नहीं है और ऐसे में किसान भी डटे रहेंगे. वहीं, जिस कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों में गतिरोध बना हुआ है, उसी के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है. DMK के तिरुचि सिवा, आरजेडी के मनोज झा और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के राकेश वैष्णव की अर्जी पर अदालत सुनवाई करेगी.

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 22वें दिन में प्रवेश कर चुका है. किसान दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं. किसानों के तेवर से लग रहा है कि आंदोलन लंबा चलने वाला है. उनकी मांग है कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले. किसान कहते हैं कि सरकार जिस दिन तीनों कानून वापस ले लेगी, हम आंदोलन समाप्त कर देंगे.

सरकार तो झुकने को तैयार नहीं है और ऐसे में किसान भी डटे रहेंगे. वहीं, जिस कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों में गतिरोध बना हुआ है, उसी के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है. DMK के तिरुचि सिवा, आरजेडी के मनोज झा और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के राकेश वैष्णव की अर्जी पर अदालत सुनवाई करेगी. इनकी मांग है कि कृषि कानूनों को रद्द किया जाए.

इससे पहले बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने किसानों के आंदोलन को लेकर सुनवाई की. सुप्रीम कोर्ट ने इस मसले पर सरकार और किसानों के बीच समझौता कराने की पहल की है जिसके लिए कमेटी का गठन किया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को फिर इस पर फिर सुनवाई होनी है.

सर्वोच्च अदालत ने बुधवार को सुनवाई के दौरान कहा कि ये राष्ट्रीय स्तर का मसला है, ऐसे में इसमें आपसी सहमति होनी जरूरी है. अदालत की ओर से दिल्ली की सीमाओं और देश के अन्य हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों की लिस्ट मांगी गई, जिससे पता चल सके कि बात किससे होनी है.

अदालत ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों से ऐसा लगता है कि सरकार-किसान के बीच सीधे तौर पर इसका कोई हल नहीं निकल रहा है. सरकार-किसानों के बीच हुई बातचीत से कोई हल ना निकलते देख सुप्रीम कोर्ट ने कमान अपने हाथ में ली है. अब गुरुवार को होने वाली सुनवाई में साफ होगा कि अदालत जो कमेटी बना रही है, उसकी रूप-रेखा क्या होगी और वो किस तरह इस मसले को सुलझाने की ओर कदम बढ़ाएगी.

अदालत ने कहा बुधवार को कहा कि कि वो किसान संगठनों का पक्ष सुनेंगे, साथ ही सरकार से पूछा कि अब तक समझौता क्यों नहीं हुआ. अदालत की ओर से अब किसान संगठनों को नोटिस दिया गया है. कोर्ट का कहना है कि ऐसे मुद्दों पर जल्द से जल्द समझौता होना चाहिए.

बुधवार को जिन याचिकाओं पर सुनवाई हुई, उनमें अधिकतर जनहित याचिकाएं थीं. जिनमें किसान संगठन पार्टी नहीं थे. याचिकाओं में प्रदर्शन के कारण सड़कें बंद होना, कोरोना का संकट होना और प्रदर्शन के अधिकार को लेकर सवाल किए गए थे.

संबंधित पोस्ट

लव जिहाद अध्यादेश पर योगी सरकार के समर्थन में आए 224 पूर्व जज और अफसर

Vande Gujarat News

વડોદરાનાં સાંસદ રંજનબેન ભટ્ટ દ્વારા રિલાયન્સ ઇન્ડસ્ટ્રીઝ લિમિટેડ અને રેલવે ના સંયુક્ત ઉપક્રમે રેલવે ના કુલી ભાઈઓને દિવાળી નિમિતે અનાજ ની કીટ અને મીઠાઈ વિતરણ કરવામાં આવી

Vande Gujarat News

સુરત થી બનાવટી નોટો લઈ અંકલેશ્વર ખરીદી કરવા આવેલ ઈસમને એસઓજીએ ઝડપી પાડયો : 2.82 લાખની બનાવટી ચલણી નોટ જપ્ત.

Vande Gujarat News

कर्नाटक में रोड शो के दौरान पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक, सुरक्षा घेरा तोड़कर कार के पास पहुंचा युवक 

Admin

અંબિકા ઓટોમોબાઇલ ના જેનીશ મોદી અને તેમના મિત્રો દ્વારા વરસાદની ઋતુને ધ્યાનમાં રાખીને અંકલેશ્વરમાં જુદાં – જુદાં વિસ્તારોમાં ગરીબ વ્યક્તિઓને રેઇનકોટનું વિતરણ

Vande Gujarat News

પંજાબમાં છ વર્ષની બાળકી પર રેપ, હત્યા કરી મૃતદેહ સળગાવી દીધો

Vande Gujarat News